धातु के ऑक्साइड मूलतः भस्म होते हैं तथा अम्ल से अभिक्रिया कर लवण तथा जल बनाते हैं।
कॉपर (II) ऑक्साइड तनु H₂SO₄ में घुलकर नीला विलयन देता है। इस नीले विलयन को बेसिन में लेकर वाष्पित करने पर नीले रंग का ठोस कॉपर सल्फेट लवण प्राप्त होता है।
CuO + H₂SO₄ → CuSO4 + H₂O
ऑक्साइड (काला) कॉपर सल्फेट (नीला)
क्यूप्रिक इसी प्रकार, ZnO और CaO भी अम्ल के साथ अभिक्रिया करके लवण और जल बनाते हैं।
ZnO + H2SO4 → ZnSO4 + H2O
CaO + 2HCl → CaCl₂ + H₂O
8. अधातु के ऑक्साइड की भस्म से अभिक्रिया
अधातु के ऑक्साइड (CO2, SO2 आदि) अम्लीय होते हैं। CO2 की अभिक्रिया चूना-जल [Ca(OH)2] के साथ कराने पर CaCO3
तथा जल बनता है।
