उत्तर 👉 फेरस सल्फेट (FeSO, 7H₂O) का अपघटन-एक क्वथन नली में हलके हरे रंग के फेरस सल्फेट के रवे लेकर बर्नर की सहायता से गर्म करते हैं, जैसाकि चित्र 1.4 में दिखाया गया है। फेरस सल्फेट का रवाजल वाष्पित होकर निकल जाता है जिससे फेरस सल्फेट का हरा रंग गायब हो जाता है। बाद में, अनार्द्र FeSO4 अपघटित होकर भूरे रंग का ठोस फेरिक ऑक्साइड (Fe2O3) बनता है तथा सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) एवं सल्फर ट्राइऑक्साइड (SO3) गैसें प्राप्त होती हैं।
फेरस सल्फेट के हरे रखे
FeSO4.7H2O→ FeSO4 + 7H2O FeSO4→ Fe2O3 + SO2 + SO3
