दोहरे 'परिसंचरण' का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
उत्तर- दोहरे संचरण से अभिप्राय है कि हृदय में रक्त दो बार संचारित होता है। सबसे पहले शरीर के विभिन्न भागों से रक्त को एकत्र करके दाहिने अलिन्द में लाया जाता है जहाँ से यह दाहिने निलय में जाता है और फिर फुफ्फुस शिरा द्वारा हृदय में पहुँचता है जहाँ पर इसका शुद्धिकरण किया जाता है। शुद्ध रक्त फिर दाहिने अलिन्द में आता है, फुफ्फुस शिरा द्वारा। इसके बाद इसे बायें निलय में भेजा जाता है जहाँ से यह ट्रंकस धमनी द्वारा शरीर के विभिन्न भागों तक पहुँचाया जाता है। इस प्रकार शरीर में दोहरा परिसंचरण होता है।