1. पाचन तंत्र में pH का महत्त्व - हमारे पेट में हाइड्रोक्लोरिक
अम्ल बनते रहता है जो हमारे भोजन को पचाने में सहायक होता है। इसका pH 1.0 के लगभग कायम रहता है। इससे पेट को कोई नुकसान नहीं होता है, किंतु अपच (indigestion) के कारण जब पेट में अम्ल की मात्रा एक निश्चित सीमा से ऊपर हो जाती है तब पेट में गैस और जलन होने लगती है। अतः, बढ़े हुए अम्ल के प्रभाव को नष्ट करने के लिए हलके भस्म (mild base) का इस्तेमाल करना पड़ता है जिसे ऐंटासिड (antacid) कहते हैं। मिल्क ऑफ मैग्नीशिया (मैग्नीशियम हाइड्रॉक्साइड) और सोडियम हाइड्रोजनकाबनिट जैसे हलके भस्म प्रायः इस्तेमाल किए जाते हैं।
