भारत एक कृषि प्रधान देश है, कैसे?
उत्तर : भारत प्राचीन काल से एक कृषि प्रधान देश रहा है। कृषि हमारे देश की आधारशिला है। हमारी श्रमशक्ति कृषि से ही आजीविका कमाती है। हमारे देश की कुल राष्ट्रीय आय का लगभग 25 प्रतिशत कृषि से ही प्राप्त होता है। देश की 65 प्रतिशत जनसंख्या गाँवों में निवास करती है और इसका मुख्य कार्य कृषि है। कुल श्रमिकों में 65 प्रतिशत भाग कृषि श्रमिक ही हैं। भारत की 1.25 अरब से अधि अधिक की विशाल आबादी के लिए भोजन की पूर्ति कृषि से होती है। पशुओं की संख्या भारत में सबसे अधिक है। यहाँ के लगभग 22 करोड़ पशुओं का भोजन भी कृषिजन्य पदार्थों से प्राप्त होता है। भारत के कृषि आधारित बड़े उद्योगों, जैसे-सूती-वस्त्र उद्योग, चीनी उद्योग, जूट उद्योग, कागज उद्योग, तिलहन उद्योग आदि को कच्चा माल कृषि से ही प्राप्त होती है। कृषि उत्पादों पर आधारित इन उद्योगों का राष्ट्रीय आय में बड़ा योगदान है। इनमें बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार देने की संभावना छिपी है। भारत के निर्यातों में कृषि पदार्थ एवं कृषिगत वस्तुओं की प्रधानता होती है। भारतीय कृषि न केवल परम्परागत व्यवसाय है अपितु जीवनयापन का तरीका भी है। कृषि वास्तव में भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। हमारे देश में कुल भूमि का लगभग 54 प्रतिशत भाग कृषि के अन्तर्गत है। कृषि की महत्ता को स्वीकार करते हुए भारत सरकार ने इसके विकास एवं उन्नति के लिए विभिन्न पंचवर्षीय योजनाओं के माध्यम से इसके आधुनिकीकरण का प्रयास किया है। उपर्युक्त तथ्यों के आधार पर हम यह कह सकते हैं कि भारत एक कृषि प्रधान देश है।

