प्रत्रिरोधों का समूहीकरण क्या है? विद्यत परिपथ के साथ वर्णन करें।
उत्तर- प्रतिरोधों का समहीकरण दो या दो से अधिक् प्रतिरोधों को एक दूसरे से कई विधियों द्वारा जोड़ा जाता है, उसे प्रतिरोधों का समूहीकरण कहा जाता है। इनमें दो विधियाँ मख्य है :
(1) श्रेणीक्रम समूहन (Series grouping) R = R1 + R2 + R3 (ii) समांतरक्रम या पार्श्वक्रम समूहन parallel grouping): 1/Rp=1/R1 + 1/R2 + 1/R3
