पौधों में खाद्य पदार्थों के परिवहन की क्रिया कैसे संपन्न होती है' ? सचित्र वर्णन करें।

Gyanendra Singh
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 पौधों में खाद्य पदार्थों के परिवहन की क्रिया कैसे संपन्न होती है' ? सचित्र वर्णन करें।



उत्तर- पौधों में खाद्य पदार्थों एवं अन्य पदार्थों जैसे एमीनो अम्ल का स्थानांतरण पौधों में सदा अधिक सांद्रतावाले भागों से कम सांद्रता वाले भागों की ओर होता है। अधिक सांद्रता वाले भागों को संभरण-सिरे (Supply end) और कम सांद्रता वाले भागों को उपयोग-सिरे (Con- sumption end) कहते हैं। खाद्य पदार्थों का स्थानांतरण फ्लोएम की चालनी नालिकाओं द्वारा होता है।


      ये नलिकाएँ अत्यन्त छोटे छिद्रोंवाले प्लेट (Sieve plate) से जुड़ी रहती हैं। अतः ये नलिकाएँ खाद्य पदार्थों के स्थानांतरण के लिए विशेष रूप से उपयुक्त हैं।

                    


    चित्र : फ्लोएम की चालनी नलिकाओं द्वारा खाद्य पदार्थों का परिवहन


इस प्रकार पौधों में जल तथा खनिज लवणों के परिवहन के लिए एक तंत्र होता है जो जड़ से पौधों की ऊपरी भागों की ओर एकदिशीय (Unidirectional) पथ में गति करता है। खाद्य पदार्थों के स्थानांतरण के लिए एक अलग तंत्र होता है जो पत्तियों से नीचे की ओर अधोमुखी या संचयन अंगों, जैसे संचयी जड़ से ऊपर की ओर उपरिमुखी द्विदिशीय (bidirectional) पथ में गति करता है। इस प्रकार पौधों में परिवहन के लिए दो स्वतंत्र पथ पाए जाते हैं। जल तथा खनिज लवणों का जाइलम से होनेवाले परिवहन को भौतिक बलों (मूल दाब, वाष्पोत्सर्जन आदि) द्वारा समझा जा सकता है, लेकिन खाद्य पदार्थों का फ्लोएम से होनेवाले स्थानांतरण में ऊर्जा का उपयोग होता है। फ्लोएम पौधों की आवश्यकतानुसार खाद्य पदार्थों का स्थानांतरण विभिन्न भागों में करता है।

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