कार्यकालाप

Satyam yadav
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उत्तर ⇒एक परखनली में सिल्वर नाइट्रेट का विलमन ले। इसने साफ कॉपर (तांबे) का तार डाले। कुछ समय के पश्चात कॉपर के तार पर चमकीले सिल्वर की परत जमा हो जाएगी। इस अभिक्रिया से कोपर नाइट्रेट [Cu(NO)]] बनने के कारण विलयन का रंग हल्का पीला हो जाता है।

(iii) जिंक (जस्ता) के एक टुकड़े को कॉपर सल्फेट के विलयन में डालने पर कॉपर सल्फेट से कॉपर को जिंक विस्थापित कर देता है।

Zn + CuSO4→ ZnSO4 + Cu इस अभिक्रिया के कारण जिंक की सतह पर हल्के लाल रंग के कॉपर की परत जमा हो जाती है और रंगहीन जिंक सल्फेट (ZnSO₄) बनने के कारण कॉपर सल्फेट के विलयन का नीला रंग गायब हो जाता है। इस अभिक्रिया से यह सिद्ध होता है कि जिंक कॉपर से अधिक

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