राष्ट्र संघ की असफलता के कारण क्या थे?
उत्तर : 10 जनवरी, 1920 को राष्ट्रसंघ का जीवन विधिवत प्रारंभ हुआ। हथियारबन्दी की होड़ को रोकना और राज्यों के झगड़ों को युद्ध के अतिरिक्त अन्य शांतिमय उपायों से फैसला करने का यत्न करना राष्ट्रसंघ का असल उद्देश्य था। छोटे-छोटे राज्यों के झगड़ों को सुलझाने में राष्ट्रसंघ काफी सफल रहा, परन्तु बड़े-बड़े राष्ट्रों के विवाद में राष्ट्रसंघ को कोई सफलता नहीं प्राप्त हो सकी। अतः राष्ट्रसंघ के द्वारा अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर शांति एवं परस्पर सहयोग का जो महान् प्रयास था, वह अल्पकाल में ही समाप्त हो गया। इसके कई कारण थे। राष्ट्रसंघ की व्यावहारिक सफलता बड़े एवं शक्तिशाली राष्ट्रों के सहयोग पर निर्भर करती थी। परन्तु राष्ट्रसंघ प्रारंभ से ही इस सहयोग से वंचित था। दूसरा कारण यह था कि शक्तिशाली राष्ट्रों की निरंकुश एवं आक्रामक नीति ने राष्ट्रसंघ को कमजोर किया। राष्ट्रसंघ की असफलता की पृष्ठभूमि का सृजन 1929-30 के आर्थिक संकट ने किया। इस भीषण संकट ने सब देशों को अपनी आर्थिक दशा सुधारने के लिए तरह-तरह के आर्थिक प्रतिबन्ध, संरक्षण, सीमा-कर आदि लगाने को बाध्य किया। प्रत्येक देश ने अपनी स्थिति को एक-दूसरे से पृथक रखकर दृढ़ बनाने की कोशिश की। फलतः अन्तरराष्ट्रीयता की भावना कमजोर पड़ने लगी और आर्थिक सहयोग के स्थान पर' आर्थिक प्रतिद्वन्द्विता का जन्म हुआ।