Harit kranti se kya samjhate hain
हरित क्रांति से क्या समझते हैं?
उत्तर : भारत की नई कृषि नीति 1967-68 में कुछ क्षेत्रों में लागू की गयी, जिसमें अधिक उपज देनेवाले बीजों को बोया गया तथा कृषि की नई तकनीकों को अपनाया गया जिसके फलस्वरूप कृषि उत्पादन में तीव्र वृद्धि हुई, इसे हरित क्रांति कहा जाता है। हरित क्रांति के परिणामस्वरूप भारत में खाद्यान्नों का उत्पादन बहुत बढ़ गया है जिससे भारत खाद्यान्नों के मामले में आत्मनिर्भर हो गया है। हरित क्रांति के प्रभाव से कृषि उत्पादन एवं कृषि उत्पादकता दोनों में वृद्धि हुई है। परन्तु इसका प्रभाव कुछ फसलों, विशेष रूप से गेहूँ तक सीमित रहा है। हरित क्रांति से किसान जड़ता के भँवर से बाहर निकल आया है, परन्तु सभी किसानों को इसका लाभ समान रूप से प्राप्त नहीं हो सका है।

