ग्लोमेरूलर फिल्ट्रेशन क्या क्या है ?
उत्तर- ग्लोमेरूलस एक छन्ना की तरह कार्य करता है। अभिवाही धमनिका जिसका व्यास अपवाही धमनिका से अधिक होता है, रक्त के साथ यूरिया, यूरिक अम्ल, जल, ग्लूकोज, लवण, प्रोटीन इत्यादि ग्लोमेरूलस में लाती है। ये पदार्थ बोमैन-संपुट की पतली दीवार से छनकर वृक्क-नलिका में चले जाते हैं। अपवाही धमनिका का व्यास कम होने के कारण ग्लोमेरूलस में रक्त पर दबाव बढ़ जाता है जिसके फलस्वरूप छनने की क्रिया उच्च दाब पर होती है। उच्च दाब में फिल्ट्रेशन को अल्ट्राफिल्ट्रेशन कहते हैं। प्लाज्मा के साथ सभी लवण, ग्लूकोज और अन्य पदार्थ भी छनते हैं। कोशिकाएँ एवं प्लाज्माप्रोटीन बोमैन-संपुट की भित्ति के लिए अपारगम्य होते हैं। इस फिल्ट्रेट को ग्लोमेरूलर फिल्ट्रेट कहते हैं।