वाणिज्यवाद का विकास : नवे देशों की खोज तथा व्यापार के वैश्विक विस्तार के
फलस्वरूप आधुनिक पूँजीवाद का जन्म हुआ। इस आर्थिक व्यवस्था में बुलियन की महत्ता बढ़ी। सोने की महत्ता ने यूरोपीय देशों का ध्यान इस ओर आकृष्ट किया तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सोने एवं चांदी की लूट हुई साथ-साथ इसका भंडारण भी किया जाने लगा। इन भंडारों की प्राप्ति में स्पेन अग्रणी था।