उत्तर⇒ 1.किसी भी रासायनिक अभिक्रिया का समीकरण के रूप में निरूपण आसान होता है। इससे समय की बचत होती है तथा लिखने के लिए कागज पर कम स्थान की आवश्यकता होती है।
2. रासायनिक समीकरण की सहायता से प्रतिफल की एक निश्चित मात्रा के निर्माण के लिए आवश्यक अभिकारकों के द्रव्यमानों की गणना ठीक-ठीक की जा सकती है।
3. संपूर्ण विश्व में एक ही प्रकार के रासायनिक संकेतों का उपयोग होता है, अतः वैज्ञानिकों को रासायनिक समीकरण की जानकारी प्राप्त करने में किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं होती है।
