दहन के पोषक पदार्थ

Satyam yadav
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उत्तर ⇒उपस्थिति - कमरे में यदि मोमबत्ती को जलता हुआ छोड़ दिया जाए तो वह जलती रहती है, किंतु शीशे के एक बरतन से ढँक देने पर वह थोड़ी देर के बाद बुझ जाती है। इसका कारण यह है कि बँक देने से उसे जलने के लिए हवा या ऑक्सीजन नहीं मिल पाती। अतः, दहन की क्रिया के लिए हवा आवश्यक है। इसीलिए हवा को दहन का पोषक कहा जाता है।


लैंप के शीशे का ऊपरी हिस्सा खुला रहता है तथा लालटेन में अनेक छिद्र बने होते हैं ताकि बत्ती को जलने के लिए पर्याप्त हवा मिल सके।


जलती हुई संठी को कार्बन डाइऑक्साइड गैस से भरे एक गैस जार में ले जाने पर संठी बुझ जाती है। इसका कारण यह है


कि कार्बन डाइऑक्साइड गैस दहन का अपोषक है।


जब किसी व्यक्ति के कपड़े में आग पकड़ ले तो उसे कंबल से ढँक दिया जाता है ताकि उसके कपड़े का संपर्क हवा से नहीं रहे जिससे आग बुझ जाए।


अतः, ऊपर की बातों से स्पष्ट है कि किसी पदार्थ के दहन के लिए आवश्यक है कि यह क्रिया दहन के पोषक पदार्थ की उपस्थिति में हो।

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