उत्तर-कुत्ते, बिल्ली, बंदर या खरगोश के काटने से रैबीज नामक रोग हो सकता है। यह एक घातक रोग है। यह रोग रेबीज के विषाणु के कारण होता है जो कि संक्रमित जंतु (कुत्ते, बिल्ली आदि) की लार में पाए जाते हैं। जब ये जंतु किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटते हैं तो ये विषाणु मनुष्य के रुधिर में पहुँच जाते हैं। संक्रमण के 1-3 माह तक रोग के लक्षण दिखाई नहीं देते।
रोग के लक्षण:–
(i) तीव्र सिर दर्द तथा तीव्र ज्वर होता है।
(ii) गले व छाती की माँसपेशियों में पीड़ा के साथ संकुचन होता है।
(iii) रोगी बेचैन रहता है तथा गले में घुटन महसूस करता है।
(iv) तरल भोजन को भी निगलने में कठिनाई का अनुभव करता है। रोगी जल से डरता है इसलिए इस रोग को जल भीति (हाइड्रोफोबिया) भी कहते हैं।
(v) इस रोग में केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को गंभीर क्षति पहुँचती है पक्षाघात हो जाता है तथा पीड़ादायक मृत्यु तक हो जाती है।

