चुंबक के निकट लाने परे दिक्सूचक की सूई विक्षेपित क्यों हो जाती है ?
उत्तर- दिक्सचक की सई एक छोटी छड़ चम्बक होर्ती है जिसके दोनों सिरे उत्तर और दक्षिण दिशाओं की ओर संकेत करते हैं। चंबकू. के विपरीत सिरे एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं और इसी कारण समार्न स्रि विकर्षित करते हैं। किसी चंबक के निकट लाने पर उसका चुंबकीय ब्ल चंबकीय सई के ध्रुवों पर बल लगाता है और इसीलिए दिक्सचके की सई विक्षेपित हो जाती है। उसका उत्तरी सिरा चंबके के दक्षिणी सिरे की तरफ तूथा दक्षिणी सिरा उत्तरी सिरे की ओर घूम जाता है।
