ऊर्जा की बढ़ती माँग के पर्यावरणीय परिणाम क्या है ? ऊर्जा की खपत को कम करने के लिए आपके सुझाव क्या होंगे?
उत्तर- ऊर्जा की माँग तो जनसंख्या वद्धि के साथ निरतर् बढ़ती ही जाएगी। ऊर्जा किसी भी प्रकार की हो उसको पर्यावरण पर प्रभाव निश्चित रूप से से प पड़ेगा। ऊर्जा की खप्त कम कम नहीं हो सकती। उद्योग-धंधे, वाहन, दैनिक आवश्यकताएँ आदि सबके लिए ऊर्जा की आवश्यकता तो रहेगी। यह भिन्न बात है कि वह प्रदूषण फैलाएगा या पर्यावरण में परिवर्तन उत्पन्न करेगा।
ऊर्जा की बढ़ती माँग के कारण जीवाश्म ईंधन पथ्वी की पुरतों के नीचे समाप्त होने के कगार पर पहुँच गया है। लगभग 200 वर्ष के बाद यह पूरी तरह स्माप्त हो जाएगा। जल विद्युत ऊर्जा के लिए बड़े-बड़े बाध बनाए गए हैं जिस कारण पर्यावरण पर गहरा प्रभाव पड़ा है। ऊर्जा के विभिन्न नए स्रोत खोजते समय ध्यान रखा जाना चाहिए कि उस ईंधन का कैलोरीमान अधिक हो। उसे प्राप्त कर्ना सरल हो और उसका दाम बहत अधिक न हो। स्रोत का पर्यावरण पर कुप्रभाव नहीं पड़ना चाहिए।