उत्तर ⇒मोमबत्ती की ज्वाला की बनावट-मोमबत्ती की ज्वाला में मुख्यतः तीन भाग होते हैं-
1. केंद्रीय मंडल (Central zone) - यह नीला होता है। इसमें बिना जले हुए मोम के वाष्प रहते हैं। यह बत्ती को घेरे रहता है। इसमें दहन की क्रिया नहीं होती, क्योंकि वाष्प ऑक्सीजन के संपर्क में नहीं आ पाते हैं। इसीलिए, इस भाग को अदहन का क्षेत्र (region of noncombustion) भी कहा जाता है। ज्वाला के इस क्षेत्र का ताप सबसे कम रहता है। इस क्षेत्र में दियासलाई की तीली (matchstick) ले जाने पर तीली नहीं जलती है।
2. प्रकाशमान मंडल (Luminous zone)- इसमें ऑक्सीजन की अपर्याप्त आपूर्ति के कारण मोम के वाष्प का अपूर्ण दहन होता है। अतः, इसमें कार्बन के सूक्ष्म कण उपस्थित रहते हैं। यह ज्वाला का सबसे बड़ा भाग होता है। इसमें से पीला प्रकाश निकलता है। इसमें ज्वाला का ताप मृदुल (moderate) रहता है।
3. प्रकाशहीन मंडल (Nonluminous zone) - इस भाग में मोम के वाष्प का पूर्ण दहन होता है, क्योंकि इसमें ऑक्सीजन की आपूर्ति पर्याप्त होती है। यह ज्वाला का सबसे गर्म भाग होता है।