अवायवीय एवं वायवीय श्वसन के विभेदों को स्पष्ट करें।
उत्तर:– वायवीय श्वसन
(i). यह ऑक्सीजन की उपस्थिति में होता है।
(ii). इस क्रिया का प्रथम चरण कोशिका द्रव्य में तथा द्वितीय कॉण्ड्यिा चरण माइटो में होता है।
(iii). इसमें ग्लूकोज ऑक्सीकरण के पश्चात् होता है।
(iv). इसमें ग्लूकोज ऑक्सीकरण के पश्चात कार्बन डाइ-ऑक्साइड एवं जल का निर्माण होता है।
(v). इसमें अधिक ऊर्जा मुक्त होती है।
अवाययीय श्वसन
(i). अवायवीय श्वसन ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में होता है।
(ii). इस श्वसन की पूरी क्रिया कोशिका द्रव में होती है।
(iv). इसमें ग्लूकोज का आंशिक ऑक्सीकरण होता है।
(v). इसमें ऑक्सीकरण के पश्चात् पायरुवेट इथेनॉल या लैक्टिक अम्ल का निर्माण करता है तथा CO, निकलता है।
(v). इसमें कम ऊर्जा मुक्त होती है।

