विद्युत मोदर का क्या सिद्धांत है ?
उत्तर- जैब अनेक कंडलियों से युक्त धारा का संवहन करती एक आयताकार कैंडली को शक्तिशाली चुंबकीय क्षेत्र में रवी जाता है तो यह यांत्रिक बल का कार्य करती हुई निरतर घूमतीं है। यह सिद्धांत पर्ण रूप से मैल्वेनोमीटर तथा अन्य विद्यत उपर्करर्णों की तरह कार्य करता है। यह फ्लेमिंग के बायें हाथ सिद्धांत पर आधारित है।
