पवनचक्की के कार्य करने का क्या सिद्धांत है। इससे उपयोगी ऊर्जा प्राप्त करने के लिए पवन का न्यूनतम वेग कितना होना चाहिए?
उत्तर- पवनचक्की पवन ऊर्जा का रूपांतर यांत्रिक ऊर्जा में होता है। विशेष आकार प्रकार के ब्लेडो के कारण, पवन के टक्राने पर इसके विभिन्न क्षेत्रों में दावांत उत्पन्न होता है जिससे एक घूर्णी प्रभाव उत्पन्न होता है। जो लेड़ो को घूमा देता है। इसका प्रयोग विद्यते जनित्र के आर्मेचर को घुमान के लिए किया जाता है। पवन का न्यूनतम वेग 15 km/hr होना चाहिए।
