किसी चालक़ से प्राहित धारा के कारण उत्पन्न ऊष्णा संबंधी जल के नियम क्या है?
उत्तर - किसी चालक से प्रवाहित धारा के कारण उत्पन्न ऊष्मा संबंधी नियम का प्रतिपादन ने किया था जिसे जल का ऊष्मीय नियम कहते हैं। इस नियम के अनुसार चालक में उत्पन्न जूल ऊष्मा (Q)
(i) उस चालक हानवाली विद्युत धारा (1) के वर्ग के सीधा समानुपाती होती है, अर्थात Q ∝ I (जहाँ R t अचर है। )
(ii) चालक के प्रतिरोधू (R) का सीधा, समानुपाती होती है अर्थात Q ∝ R (जहाँ R एवं t अचर है) ।
(iii) चालक से प्रवाहित होनेवाली धारा में लगे समय (t) का सीधा समानुपाती समानुपाती होता है अर्थात Q∝t (जहाँ I और R अचर है।)
