उत्तर-खाद्यान्न के सुरक्षित भंडारण हेतु उन्नत भंडारों का उपयोग करना चाहिए। उन्नत भंडारों में तापमान, नमी, ऑक्सीजन तथा कार्बन डाइऑक्साइड गैसों को निर्योत्रत किया जा सकता है। हमारे देश के विभिन्न संस्थानों द्वारा उन्नत भंडारों के कुछ नमूने तैयार किए गए हैं। पूसा बिन, पूसा क्यूबिकिल, पूसा कोठार और पंत कुठला इनमें से कुछ नाम हैं। वायु, नमी और तापमान के प्रतिरोधी होने के साथ-साथ इनमें कृतंक जंतु भी प्रवेश नहीं कर सकते। भारतीय खाद्य निगम भारत सरकार के उपक्रम द्वारा व्यापक स्तर पर भंडारगृह बनाए गए हैं जिन्हें साइलो कहते हैं। इन भंडारों में अनाज को क्षति पहुँचाने वाले सभी कारकों पर नियंत्रण किया जाता है इसलिए इनमें अनाज सुरक्षित रहता है।