उत्तर⇒ 1. रासायनिक समीकरण से अभिकारकों और प्रतिफलों की भौतिक अवस्था (ठोस, द्रव या गैस) की जानकारी नहीं हो पाती है।
2. अभिक्रिया के फलस्वरूप उत्सर्जित या अवशोषित उष्मा की जानकारी रासायनिक समीकरण से नहीं हो पाती है अर्थात, समीकरण यह जानकारी नहीं देता है कि अभिक्रिया ऊष्माक्षेपी (exothermic) है या ऊष्माशोषी (endothermic)।
3. रासायनिक समीकरण से पता नहीं चलता है कि अभिक्रिया किन दशाओं (दाब, ताप, सांद्रण, उत्प्रेरक की उपस्थिति आदि) में संभव है।
4. रासायनिक समीकरण अभिक्रिया के वेग के संदर्भ में कोई जानकारी नहीं देता है।
5. कुछ रासायनिक अभिक्रियाएँ विस्फोट (explosion) के साथ होती हैं। परंतु, रासायनिक समीकरण से इस बात की कोई जानकारी नहीं होती है।
6. समीकरण यह भी जानकारी नहीं देता है कि अभिक्रिया में अभिकारकों की वस्तुतः कितनी मात्राएँ खर्च हुईं तथा प्रतिफल की कितनी मात्राओं का निर्माण हुआ।
