प्रकाश की एक किरण पुंज पानी पर तैरते तापरिन की परत पर आपतित होती है | यदि वायु, तापरिन और पानी के अपवर्तनांक क्रमशः 1.00, 1.47 तथा 1.33 हो, तो समझाएँ की किरणपुंज किस प्रकार वायु से तापरिन तथा फिर तापरिन से पानी में गमन करेगी |

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 प्रकाश की एक किरण पुंज पानी पर तैरते तापरिन की परत पर आपतित होती है | यदि वायु, तापरिन और पानी के अपवर्तनांक क्रमशः 1.00, 1.47 तथा 1.33 हो, तो समझाएँ की किरणपुंज किस प्रकार वायु से तापरिन तथा फिर तापरिन से पानी में गमन करेगी |


 उतर :- यहाँ वायु का अपवर्तनांक = 1.00 तापरिन = 1.47 पानी = 1.33


 वायु से तापरिन में किरणपुंज प्रवेश करेगी तो उसका वेग निम्न हो जाएगा तथा जब तापरिन से पानी में प्रवेश करेगी तो वेग हो जायेगी |

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