गर्भनिरोधन की विभिन्न विधियाँ कौन सी है?
उत्तर:- गर्भनिरोधन की विधियों को विस्तृत तौर पर निम्नलिखित प्रकारों में विभाजित किया जाता है:
1. प्राकृतिक उपाय- इसमें शुक्राणुओं तथा डिंब के मिलने की संभावना को कम किया जाता है | इस विधि में ऋतुचक्र से दसवें दिन से 17वें दिन तक यौन क्रिया से बचा जाता है क्योंकि इस अवधि के दौरान डिंबोत्सर्जन की उम्मीद रहती है तथा निषेचन की संभावना अधिक होती है।
2. एक तरीका यांत्रिक अवरोध का है जिससे शुक्राणु अंडकोशिका तक न पहुँच सके | शिश्न को ढकने वाले कंडोम अथवा योनि में रखने वाली अनेक युक्तियों का उपयोग किया जा सकता है।
3. दूसरा तरीका शरीर में हार्मोन संतुलन के परिवर्तन का है, जिससे अंड का मोचन ही नहीं होता अतः निषेचन नहीं हो सकता |
4. गर्भधारण रोकने के लिए कुछ अन्य युक्तियाँ जैसे वि लूप अथवा कॉपर-टी को गर्भाशय स्थापित करके भी किया जाता है।
5. यदि पुरुष की शुक्रवाहिकाओं को अवरूद्ध कर दिया जाता है और इससे शुक्राणुओं का स्थानांतरण रुक जाता है| इसी प्रकार यदि स्त्री की अंडवाहिनी अथवा फेलोपियन नालिका को अवरूद्ध कर दिया जाता है तो इससे अंड (डिंब) गर्भाशय तक नहीं पहुँच सकेगा | इस तरह दोनों ही अवस्थाओं में निषेचन नहीं हो पायेगा|