घर के अंदर लगे सभी विद्युतीय उपकरणों पार्श्वक्रम में संयोजित होते हैं। परिपथ में विभवांतर सभी स्थानों पर समान रहता है। एक के फ्यूज होने पर धारा का प्रभाव बंद नहीं होता है। एक स्विच को बंद करने पर भी अन्य स्विच काम करते रहते हैं।सभी उपकरणों को अगर श्रेणीक्रम में संयोजित कर दिया जाए, तो एक उपकरणों के किसी कारण खराब होने पर संपूर्ण परिपथ की धारा बंद हो जाती है।प्रत्येक उपकरणों में विभवांतर कम होने लगता है। इससे धारा की तीव्रता घट जाती है।यही कारण है कि घरेलू विद्युत परिपथों में श्रेणीबद्ध संयोजन का उपयोग नहीं किया जाता है।

