उत्तर - आज भी हम लोग जीवाश्म ईंधनों पर निर्भर है।इसकी भंडारण सीमित है।अगर लगातार जीवश्मी ईंधन का उपयोग करते रहेंगे,तो इसकी समाप्ति जल हो जाएगी और हम लोग भीषण संकट में पर जाएँगे।आजकल वैज्ञानिक प्रणाली और तकनीक के बढ़ते माँग होने के कारण हमें और अधिक ऊर्जा की आवश्यकता पड़ती है।ऐसे में ऊर्जा के परंपरागत स्रोतों पर निर्भर करना संभव नहीं है।इसीलिए, हम ऊर्जा के वैकुंज स्रोतों की ओर ध्यान दे रहे हैं

