उत्तर👉 किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में अभिकारकों के अणु पहले टूटकर परमाणुओं में परिवर्तित होते हैं, फिर ये परमाणु ही आपस में पुनर्संगठित होकर प्रतिफल के अणु बनाते हैं। इन प्रक्रियाओं में अभिकारक अणुओं के परमाणुओं के बीच के बंधन टूटते हैं और अभिक्रिया के फलस्वरूप परमाणुओं के बीच नए बंधन बनते हैं, जिससे प्रतिफल के अणुओं का निर्माण होता है।